अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कोरोनावायरस को लेकर अमेरिका की स्थिति पर ट्रंप सरकार पर निशाना साधा है। कोरोनावायरस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उठाए जा रहे कदमों की बराक ओबामा ने आलोचना की है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को ऐसे 3000 लोगों से बात की जो बराक ओबामा के शासनकाल में कार्यरत थे। इसी मीटिंग के दौरान एक फोन कॉल पर ट्रंप सरकार द्वारा कोरोनावायरस से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की आलोचना की और इस बार के अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को वोट ना देकर डेमोक्रेट पार्टी के जो बाइडन को वोट देने को कहा। बराक ओबामा ने कहा कि आने वाला चुनाव हर स्तर पर बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योंकि हम किसी व्यक्ति या राजनीति पार्टी के खिलाफ नहीं लड़ रहे। हम स्वार्थी, दूसरों को दुश्मन, आपस में बंटे हुए, दूसरों की चिंता ना करने वाले के खिलाफ लड़ रहे हैं। बराक ओबामा ने यह भी कहा कि वह इस चुनाव में जो बाईडन के लिए प्रचार करेंगे। बता दे अमेरिका में कोरोनावायरस बेकाबू हो गया है। अमेरिका में इस समय 1347318 लोग संक्रमित हैं और 80048 लोग ...
फाइटर चिकित्साकर्मी नोवल कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए युद्धरत हैं. एक टीवी चैनल से बात करते हुए ब्रिटेन के मैनचेस्टर के एक अस्पताल की क्लिनिकल हेड डा. सुनीता झा ने कहा कि डाक्टर और अन्य चिकित्सकर्मी युद्धरत हैं. और अपने कर्तव्य के निर्वाह के लिए ठीक उसी तरह समर्पित हैं जैसे युद्धकाल में सैन्यकर्मी रहते हैं. दुनिया में जब कभी किसी देश में आपदा आयी है, चिकित्साकर्मी अपनी पूरी ताकत से फ्रंटलाइन मुकाबला कर रहे हैं. चाहे वह महायुद्धों का दौर रहा हो या अन्य युद्धों का. या फिर चेचक और प्लेग जैसी जानलेवा महामारियां रही हों. जब तक प्लेग और चेचक का रहस्य जान नहीं लिया गया उसके खिलाफ अनाम संघर्ष के बारे में कम ही जानकारियां उपलब्ध हुई. ऐसी आपदाओं के असली नायक ये ही अनाम योद्धा हैं जो खतरों से खेलते हैं. 21वीं शताब्दी की यह तीसरी महामारी है. लेकिन सार्स और इबोला की तुलना में इस का भौगोलिक प्रसार और मारक क्षमता कहीं ज्यादा प्रभावी है. हालांकि चिकित्साकर्मियों ने अपने मेडिकल ज्ञान अनुभवों के सहारे अभी तक मृत्युदर को सीमित ही रखा है. एक अनुमान के अनुसार अभी तक दुनिया के एक करोड़ लोगो...